अधूरी रामायण पूरी गुलामी

150.00

  • Author Name:  Rajni
  • Paperback: 81 pages
  • Publisher: VL Media Solutions (2015)
  • Language: Hindi
  • ISBN-10: 9385068415
  • ISBN-13: 978-9385068416
  • Product Dimensions: 21.6 x 14 x 2.5 cm
SKU: VLMSA/185 Categories: ,

Description

This book is on social reform. The book discuss on caste and religion. Written in Hindi. जाति और धर्म में कुछ ऐसी सचाया है जो न कोई सोच सकता है और न कोई जानता है. हिंदु धर्म ग्रंथ बताते है कि व्यवस्था वैसी ही थी जैसी वह बता रहे है यानि कि धर्म और जाति पर आधारित ! पर जो सच वह छिपा रहे है वो न तो बताना चाहते है न समझाना ! हिंदु धर्म में कुछ ऐसी पहेलिया है जो उन्ही के लोगो को धर्म में अलगाव रखने पर मजबूर करती है जो है नीच और उच्च कि भावना ! हिंदु धर्म में कुछ ऐसे रहस्य है जो अपवाद का कारण बने हुए है क्योकि इनके पीछे के कारणों को छिपा दिया गया है इसके पीछे का सच जो दिमाग हिला देगा और मजबूर कर देगा सोचने पर कि जो जाति का कलंक धर्म के नाम पर लगाया गया था उसका न तो धर्म से संबंद था न भगवान से ! जो सच बताया गया था वो उल्टा था ! सबसे निचे मानी जाने वाली जाति हजारो वर्ष पहले एक वर्ग थी स्थानियों का धार्मिक वर्ग जो धर्म में मुख्य भूमिका निभा रही थी ! वाल्मिकी कि रामायण जिसे सिर्फ धार्मिक ग्रंथ मानकर पूज लिया गया वो सिर्फ धर्म ग्रंथ नहीं था बल्कि एक विद्रोह था आर्यों और आर्य व्यवस्था के खिलाफ स्थानीय लोगों का विद्रोह इस विद्रोह और संघर्ष ने कई आर्य नियमो को तो तोड़ दिया पर विद्रोहियों को मिली ऐसी सजा जो आज तक भोग रहे है जो धर्म और आदरशो के लिए लड़े वो हजारो वर्षो से धर्म कि कीमत चूका रहे है ! रजनी (लेखिका)

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